PM Kisan 21st Installment 2025: पीएम किसान योजना की 21वीं क़िस्त तिथि जारी, जानें पूरा शेड्यूल

Published On: September 17, 2025
Pm kisan

भारत सरकार किसानों को आर्थिक सहारा देने के लिए कई योजनाएँ चला रही है, जिनमें सबसे बड़ी योजना है प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना। इस योजना का लाभ देशभर के करोड़ों किसानों को मिल रहा है। केंद्र सरकार समय-समय पर इस योजना की किस्त किसानों के बैंक खातों में भेजती है ताकि उनकी खेती-बाड़ी और रोज़मर्रा की ज़रूरतों में मदद मिल सके।

पीएम किसान योजना 2019 में शुरू की गई थी और इसका उद्देश्य किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार करना है। सरकार हर साल किसानों को 6000 रुपये की राशि तीन किस्तों में देती है। अब तक किसानों को इस योजना के अंतर्गत 20 किस्तें मिल चुकी हैं और सरकार ने 21वीं किस्त से जुड़ी तिथि की घोषणा कर दी है।

यह योजना किसानों की आय को सुरक्षित बनाने में एक अहम सहारा बन चुकी है। जिन किसानों ने अपना पंजीकरण सही तरीके से कराया है और जिनके दस्तावेज़ ई-केवाईसी अपडेटेड हैं, उनके खाते में बेझिझक किस्त की राशि पहुँचाई जाती है।

PM Kisan Yojana

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना वित्त मंत्रालय द्वारा संचालित एक प्रमुख योजना है। इसमें योग्य किसानों को सालाना 6000 रुपये की राशि दी जाती है। यह रकम सीधे उनके बैंक खाते में भेजी जाती है ताकि बिचौलियों की कोई भूमिका न रहे।

इस योजना का लाभ केवल उन्हीं किसानों को मिलता है जिनके पास खेती योग्य भूमि है और जिनका नाम राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज है। किसी भी बड़े करदाता या सरकारी नौकरी करने वाले परिवार सदस्य वाले किसान इस योजना का लाभ नहीं उठा सकते। इसका मकसद छोटे और मध्यम वर्गीय किसानों को आर्थिक बल देना है।

पीएम किसान की 21वीं किस्त

केंद्र सरकार ने अब प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 21वीं किस्त की तिथि जारी कर दी है। किसानों को यह किस्त अक्टूबर 2025 में प्राप्त होगी। इसके अंतर्गत पात्र किसानों को 2000 रुपये की राशि सीधे उनके बैंक खाते में भेजी जाएगी।

यह किस्त इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह खरीफ फसल के मौसम में किसानों को समय पर राहत प्रदान करेगी। जब किसानों को बीज, खाद और अन्य ज़रूरी संसाधनों की आवश्यकता होती है, तब यह सहायता बहुत काम आती है।

किस्त प्राप्त करने की शर्तें

इस योजना की किस्त तभी मिलती है जब किसान के सभी दस्तावेज सही और अद्यतन हों। किसान को अपना आधार कार्ड, बैंक खाता और भूमि संबंधी विवरण सही तरीके से दर्ज करना अनिवार्य है। इसके साथ ही किसानों को ई-केवाईसी पूरी करनी जरूरी है।

यदि दस्तावेज़ों में कोई गड़बड़ी होती है या ई-केवाईसी लंबित रहती है, तो किस्त रोक दी जाती है। इसलिए किसानों को समय-समय पर अपने दस्तावेजों को जांचते और अपडेट कराते रहना चाहिए, ताकि उनकी आर्थिक सहायता समय पर मिल सके।

आवेदन की प्रक्रिया

पीएम किसान योजना का लाभ उठाने के लिए किसानों को पंजीकरण कराना पड़ता है। इसके लिए किसान अपने नजदीकी सीएससी केंद्र जाकर आवेदन कर सकते हैं। आवेदन करते समय आधार कार्ड, बैंक खाता संख्या, ज़मीन का विवरण और पासपोर्ट साइज फोटो आवश्यक होती है।

बाद में अधिकारियों द्वारा विवरण सत्यापित किया जाता है और सब कुछ सही पाए जाने पर किसान का नाम लाभार्थी सूची में शामिल कर दिया जाता है। सूची में नाम आने के बाद किसान को हर किस्त सीधे बैंक खाते में मिलनी शुरू हो जाती है।

योजना से मिलने वाले लाभ

इस योजना ने किसानों को आर्थिक सहारा तो दिया ही है, साथ ही उन्हें आत्मनिर्भर बनने की दिशा में भी प्रेरित किया है। किसान इस राशि का उपयोग बीज, उर्वरक, कृषि उपकरण खरीदने या अन्य खेती संबंधी खर्च उठाने में कर सकते हैं।

इसके अलावा यह मदद किसानों को औपचारिक आर्थिक तंत्र से जोड़ती है क्योंकि सभी भुगतान सीधे बैंक खाते में किए जाते हैं। इससे पारदर्शिता बनी रहती है और किसानों को बिना किसी रुकावट पैसे मिल जाते हैं।

निष्कर्ष

पीएम किसान योजना कृषि क्षेत्र के लिए एक बड़ा सहारा बनी हुई है। आने वाली 21वीं किस्त लाखों किसानों के लिए संजीवनी साबित होगी। जो किसान पात्र हैं, वे अपने दस्तावेजों को समय पर अपडेट करके इस योजना का लाभ अवश्य उठाएँ। यह योजना किसानों की आर्थिक मजबूती के साथ-साथ देश की कृषि प्रणाली को भी सुदृढ़ कर रही है।

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