Personal Loan 2025: ₹28 लाख लोन पर EMI कैलकुलेशन + CIBIL Score की नई शर्तें

Published On: September 25, 2025
Personal loan

व्यक्तिगत ऋण यानी पर्सनल लोन आजकल उन लोगों के लिए सबसे बड़ा सहारा बन चुका है जिन्हें अचानक पैसों की जरूरत पड़ जाती है। शादी, घर की मरम्मत, बच्चों की पढ़ाई, यात्राओं या किसी मेडिकल इमरजेंसी के समय यह लोन आराम से काम आता है। इसमें किसी तरह की गारंटी या सिक्योरिटी नहीं देनी होती, इसलिए लोग इसे आसान विकल्प मानते हैं।

28 लाख रुपये का पर्सनल लोन बहुत बड़ी रकम है, और इसे लेने से पहले हर व्यक्ति को यह समझना जरूरी है कि कितनी ईएमआई बनेगी और इसके लिए उसका क्रेडिट स्कोर या सिबिल स्कोर कितना होना चाहिए। क्योंकि बैंक या अन्य लोन देने वाली कंपनियां बिना अच्छे सिबिल स्कोर और चुकाने की क्षमता के इतना बड़ा लोन मंजूर नहीं करतीं।

भारत में सरकारी और प्राइवेट दोनों सेक्टर की बैंकें पर्सनल लोन उपलब्ध करवाती हैं। हालांकि यह किसी सरकारी विशेष योजना के तहत नहीं आता, बल्कि बैंक की सामान्य लोन सेवाओं का हिस्सा होता है। पर हाँ, सरकार समय-समय पर रिज़र्व बैंक के नियमों के जरिए ब्याज दरों और शर्तों को प्रभावित करती है ताकि ग्राहक को सुरक्षित और पारदर्शी लोन प्रोसेस मिले।

Personal Loan

अगर कोई व्यक्ति 28 लाख रुपये का लोन लेना चाहता है तो सबसे पहले उसे यह देखना होगा कि लोन की अवधि कितनी रखनी है। आमतौर पर पर्सनल लोन 1 साल से लेकर 5 या 7 साल तक की अवधि के लिए होता है।

मान लीजिए किसी व्यक्ति ने 28 लाख रुपये का लोन 10% की सालाना ब्याज दर पर 5 साल यानी 60 महीने के लिए लिया। ऐसे में उसकी हर महीने की ईएमआई लगभग 59,500 रुपये के आस-पास होगी। अगर यही लोन अवधि 7 साल के लिए रखी जाए तो ईएमआई लगभग 46,600 रुपये प्रति माह होगी।

यानी लोन लेने वाले व्यक्ति को पहले यह सोचना होगा कि उसकी मासिक आय और खर्चों के हिसाब से कितनी ईएमआई आराम से भरी जा सकती है। अगर ईएमआई ज्यादा बनती है तो लोन की अवधि बढ़ाकर उसे कम किया जा सकता है।

सिबिल स्कोर कितना जरूरी है

28 लाख रुपये के पर्सनल लोन के लिए मजबूत सिबिल स्कोर की जरूरत होती है। सामान्य तौर पर बैंकों और एनबीएफसी कंपनियों को कम से कम 750 या उससे ज्यादा का स्कोर चाहिए होता है।

सिबिल स्कोर आपके पुराने लोन और क्रेडिट कार्ड की पेमेंट हिस्ट्री पर आधारित होता है। अगर आपने समय पर किस्तें चुकाई हैं, क्रेडिट कार्ड की लिमिट का सही इस्तेमाल किया है, और कोई डिफॉल्ट नहीं किया है तो आपका स्कोर अच्छा रहेगा।

कम स्कोर होने पर बैंक लोन रिजेक्ट कर सकते हैं या ज्यादा ब्याज दर लगा सकते हैं। वहीं अगर आपका स्कोर बहुत अच्छा है तो बैंक न केवल लोन आसानी से मंजूरी देंगे बल्कि कम ब्याज दर और बेहतर शर्तें भी देंगे।

आवेदन करने की प्रक्रिया

पर्सनल लोन के लिए आवेदन करना आज बहुत आसान हो गया है। आप चाहे सरकारी बैंक में जाएं या प्राइवेट बैंक में, दोनों जगह प्रक्रिया लगभग समान होती है।

  • सबसे पहले बैंक या एनबीएफसी के पास अपनी पहचान और आय के दस्तावेज जमा करने होते हैं।
  • आधार कार्ड, पैन कार्ड, आय प्रमाण पत्र, और बैंक स्टेटमेंट अनिवार्य माने जाते हैं।
  • लोन आवेदन की जाँच करने के बाद बैंक आपका क्रेडिट स्कोर चेक करता है और आपकी आय के आधार पर तय करता है कि इतनी बड़ी राशि आपको दी जा सकती है या नहीं।

एप्रूवल मिलने के बाद राशि सीधा आपके खाते में आ जाती है। आजकल डिजिटल बैंकिंग के कारण यह प्रक्रिया और भी तेज हो गई है और कई बार लोन कुछ ही घंटों में मंजूर हो जाता है।

सरकार और नियमों की भूमिका

हालांकि 28 लाख रुपये का पर्सनल लोन किसी सरकारी योजना के तहत नहीं आता, लेकिन सरकार की नीतियां और आरबीआई के निर्देश बैंकों को नियंत्रित करते हैं। आरबीआई समय-समय पर रेपो रेट और अन्य मौद्रिक नीतियों में बदलाव करता है। इससे बैंकों की ब्याज दरें भी प्रभावित होती हैं और अंततः ग्राहक को मिलने वाले लोन की ब्याज दर बदल जाती है।

सरकार का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि ग्राहकों को लोन में पारदर्शिता मिले और कोई बैंक या कंपनी मनमानी शर्तें लागू न कर पाए। इसी वजह से सिबिल स्कोर और ब्याज दर जैसी चीजें पूरी तरह पारदर्शी रखी जाती हैं।

निष्कर्ष

28 लाख रुपये का पर्सनल लोन लेते समय सबसे अहम बात यह है कि EMI आपके बजट के हिसाब से आराम से चुकाई जा सके। इसके साथ ही आपका सिबिल स्कोर 750 से ऊपर होना चाहिए ताकि आसान मंजूरी और कम ब्याज दर मिले। सही प्लानिंग और समय पर किस्तें चुकाने से यह लोन आपके बड़े सपनों को साकार करने में मदद करता है।

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