रिटायरमेंट के बाद आर्थिक सुरक्षा हर व्यक्ति के जीवन का सबसे बड़ा सहारा होती है। जब उम्र बढ़ती है तो काम करने की क्षमता घट जाती है और ऐसे समय में बचत व निवेश से मिली आय जीवन का आधार बनती है। सरकार और डाकघर की कुछ योजनाएँ लोगों को लंबी अवधि में बेहतरीन रिटर्न देती हैं। इन्हीं योजनाओं में से एक है पब्लिक प्रोविडेंट फंड यानी पीपीएफ।
पीपीएफ योजना खासतौर पर मध्यम वर्गीय और नौकरीपेशा परिवारों के लिए उपयुक्त मानी जाती है। यह सुरक्षित निवेश है और इसमें ब्याज दर सरकार द्वारा तय होती है। अगर कोई व्यक्ति नियमित रूप से इसमें बचत करता है तो रिटायरमेंट तक उसके पास एक बड़ी धनराशि तैयार हो जाती है। यही कारण है कि बहुत से लोग इसे जीवन की वित्तीय योजना का अहम हिस्सा बनाते हैं।
Post Office PPF Scheme
पब्लिक प्रोविडेंट फंड यानी पीपीएफ एक दीर्घकालिक निवेश योजना है जिसे सरकार ने लोगों की सेवानिवृत्ति और भविष्य की सुरक्षा के लिए शुरू किया है। यह योजना पोस्ट ऑफिस और बैंकों दोनों जगह उपलब्ध है। इसमें निवेश करने वाले व्यक्ति को सरकार की तरफ से निश्चित ब्याज दर दी जाती है, जो हर तिमाही तय की जाती है।
पीपीएफ की सबसे खास बात यह है कि यह पूरी तरह सुरक्षित है क्योंकि इसमें निवेश की गारंटी भारत सरकार देती है। साथ ही, इस योजना में जमा की गई राशि पर आयकर लाभ भी मिलता है। यही कारण है कि लंबे वक्त तक निवेश करने पर यह योजना किसी व्यक्ति को करोड़पति तक बना सकती है।
निवेश और ब्याज दर
वर्तमान समय में पोस्ट ऑफिस पीपीएफ योजना पर ब्याज दर लगभग 7.1 प्रतिशत है। यह ब्याज तिमाही आधार पर बदल सकता है लेकिन सुरक्षित और स्थिर रिटर्न देने वाली योजनाओं में यह बेहतरीन मानी जाती है।
यदि कोई निवेशक हर साल इसमें 58,000 रुपये जमा करता है तो 15 वर्ष की अवधि पूरी होने पर उसे लगभग 15,73,041 रुपये मिल सकते हैं। यह रकम मूलधन और उस पर जोड़े गए ब्याज को मिलाकर बनती है। इसका अर्थ यह हुआ कि थोड़ी-थोड़ी बचत से लंबी अवधि में बड़ी राशि इकट्ठी हो सकती है।
राशि जमा करने के नियम
पीपीएफ खाता न्यूनतम 500 रुपये से खोला जा सकता है। इसमें हर साल अधिकतम 1.5 लाख रुपये तक जमा किए जा सकते हैं। यह खाता 15 साल की अवधि का होता है और चाहें तो इसे और 5 वर्ष की अवधि के लिए बढ़ाया भी जा सकता है।
निवेशक चाहे तो पूरी राशि एक बार में जमा कर सकता है या इसे महीने-दर-महीने किस्त में भी डाल सकता है। यह लचीलापन इसे आम जनता के लिए सुविधाजनक बना देता है।
टैक्स लाभ
इस योजना की एक और खासियत यह है कि इसमें जमा की गई राशि, अर्जित किया गया ब्याज और मैच्योरिटी पर मिलने वाली पूरी रकम तीनों ही आयकर से मुक्त होती हैं। आयकर अधिनियम की धारा 80सी के तहत इसमें निवेश करने पर हर साल 1.5 लाख रुपये तक का टैक्स लाभ मिलता है।
इस तरह यह योजना निवेश के साथ-साथ कर बचत का भी शानदार विकल्प प्रस्तुत करती है।
कौन ले सकता है इसका लाभ
पीपीएफ खाता कोई भी भारतीय नागरिक खोल सकता है। इसमें बच्चे के नाम पर भी खाता खोला जा सकता है। हालांकि, एनआरआई और एचयूएफ को इसमें निवेश करने की अनुमति नहीं है।
जो लोग युवा अवस्था में इसे शुरू करते हैं, उन्हें रिटायरमेंट तक करोड़ों रुपये तक का कॉर्पस मिल सकता है। यही कारण है कि कम उम्र से ही इसे अपनाना बहुत फायदेमंद साबित होता है।
रिटायरमेंट के लिए बेहतर विकल्प
अगर कोई व्यक्ति अपने भविष्य को सुरक्षित करना चाहता है तो उसे पीपीएफ में निवेश जरूर करना चाहिए। यह योजना न केवल नियमित ब्याज उपलब्ध कराती है बल्कि सरकारी गारंटी से भरोसेमंद भी रहती है। लंबे समय में यह महंगाई से सुरक्षा देती है और वृद्धावस्था में आर्थिक आत्मनिर्भरता प्रदान करती है।
निष्कर्ष
पोस्ट ऑफिस पीपीएफ योजना एक सुरक्षित, भरोसेमंद और कर-मुक्त निवेश का साधन है। 58 हजार रुपये जैसी मिडिल क्लास बचत से 15 साल में 15 लाख रुपये से ज्यादा की राशि पाना इसकी सबसे बड़ी ताकत है। यह योजना उन लोगों के लिए सर्वश्रेष्ठ है जो रिटायरमेंट को सुरक्षित करना चाहते हैं और अपने परिवार को भविष्य में आर्थिक मजबूती देना चाहते हैं।