कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने हाल ही में अपने नियमों में कई बड़े बदलाव किए हैं, जिनका सीधा असर देश के करोड़ों कर्मचारियों पर पड़ेगा। इन बदलावों का मकसद PF (Provident Fund) की सेवाओं को तेज, पारदर्शी और सुरक्षित बनाना है। EPFO ने आधार आधारित फेस ऑथेंटिकेशन, UAN जनरेशन प्रक्रिया, पीएफ निकासी लिमिट और फंड के दुरुपयोग को लेकर सख्त प्रावधान लागू किए हैं।
अब PF का पैसा निकालना पहले से आसान, तेज और डिजिटल हो गया है। लेकिन अगर नियमों का उल्लंघन कर या गलत कारण दिखाकर PF निकाला गया, तो EPFO तगड़ा एक्शन ले सकता है—पैसा वापस लेना या पेनल्टी लगाना तक हो सकता है। आइए विस्तार से जानते हैं नए नियम क्या हैं, उनका फायदा और किन बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है।
EPFO का नया नियम: क्या है खास
EPFO ने अगस्त 2025 से PF खातों के संचालन और निकासी को लेकर कई नए नियम लागू किए हैं। निचे इसका संक्षिप्त सार दिया गया है:
- UAN जनरेशन और एक्टिवेशन: अब UAN (Universal Account Number) जनरेट और एक्टिवेट करने के लिए Umang App पर आधार आधारित फेस ऑथेंटिकेशन (Face Authentication) जरूरी है।
- डिजिटल प्रक्रिया: PF से जुड़ी ज्यादातर सेवाएं पूरी तरह डिजिटल कर दी गई हैं—इसके लिए सिर्फ मोबाइल की जरूरत होगी।
- ATM और UPI के जरिए निकासी: जनवरी 2026 से EPFO सदस्य अपने PF अकाउंट से ATM के जरिए पैसा निकाल सकेंगे।
- PF निकासी लिमिट: ऑटो-सेटलमेंट (Auto-settlement) की लिमिट बढ़ाकर ₹5 लाख कर दी गई है।
- गलत कारण से निकासी पर सजा: त्योहारी सीजन में या शॉपिंग, यात्रा जैसे असली जरूरत न होने पर PF निकालना गलत माना जाएगा—यदि गलत कारण से निकासी की गई, तो EPFO उस धनराशि को वापस ले सकता है या पेनल्टी लगा सकता है।
- नाबालिग बच्चों के लिए राहत: मृत सदस्य के नाबालिग बच्चों को गार्जियनशिप सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं होगी।
EPFO मुख्य नियम: टेबल (Overview Table)
मुख्य बिंदु | विवरण |
UAN जनरेशन | उमंग ऐप पर आधार फेस ऑथेंटिकेशन जरूरी |
PF से निकासी | ATM, UPI व डिजिटल विकल्प, ऑफलाइन प्रक्रिया कम |
PF निकासी लिमिट | 3 साल योगदान बाद सीधे ₹5 लाख तक निकासी संभव |
ऑटो-सेटलमेंट लिमिट | 1 लाख से बढ़ाकर 5 लाख रुपये |
गलत वजह से निकासी | EPFO वापस ले सकता है, पेनल्टी भी लग सकती है |
नाबालिग बच्चों को लाभ | गार्जियनशिप सर्टिफिकेट जरूरी नहीं |
PF निकासी प्रयोजन | घर खरीदना, मेडिकल, बच्चों की पढ़ाई/शादी, इमरजेंसी |
पेपरलेस सेवा | डिजिटल, ऐप बेस्ड प्रोसेस प्रमुख |
EPFO PF निकासी की सही वजहें
- घर की खरीद या निर्माण के लिए
- बच्चों की पढ़ाई/शादी
- चिकित्सा इमरजेंसी या लंबा इलाज
- नौकरी छूटने या बेरोजगारी की स्थिति
- जरूरी, असली ज़रूरतें (Non-luxury use)
इन वजहों के अलावा शॉपिंग, यात्रा या गैर-जरूरी खर्च के लिए PF निकालना नियमों का उल्लंघन है।
PF ATM और UPI निकासी: नया डिजिटल अनुभव
जनवरी 2026 से EPFO सदस्य अपने PF खाते से ATM की मदद से पैसा निकाल सकेंगे। इससे इमरजेंसी में तुरंत फंड मिल सकेगा और लंबे प्रोसेस खत्म होंगे। UPI और डिजिटल विकल्प से भी निकासी करना आसान हो चुका है।
इस सुविधा से करोड़ों कर्मचारियों को लाभ मिलेगा, पर निकासी की सीमा और अन्य गाइडलाइंस पर आखिरी फैसला जल्द CBT बोर्ड की मीटिंग में होगा।
PF निकासी के नए नियम: मुख्य बिंदु
- आधार फेस ऑथेंटिफिकेशन के बिना UAN एक्टिवेट नहीं होगा
- Employer की भूमिका कम, Self-service प्रक्रियाएं ज्यादा
- ATM, UPI से निकासी की सुविधा
- सिर्फ असली आवश्यकता होने पर ही निकासी मान्य होगी
गलत कारण से PF निकासी: सख्त एक्शन
EPFO ने स्पष्ट चेतावनी जारी की है कि शॉपिंग, यात्रा, ऐशो-आराम या गैर जरूरी कारणों से PF निकालना न केवल पूरी राशि वापस कराना पड़ सकता है, बल्कि भारी जुर्माना भी लग सकता है।
उदाहरण:
- त्योहारी सीजन में गिफ्ट/शॉपिंग के लिए निकासी: गलत
- विदेश घूमने के लिए निकासी: गलत
- घर या हेल्थ इमरजेंसी के लिए निकासी: सही
डिजिटल सर्विसेज और अपडेट:
- प्रोफाइल, KYC, नाम या डेट अपडेट—सब ऑनलाइन पोर्टल से संभव।
- UAN, आधार लिंकिंग, पासबुक देखना आदि सब मोबाइल ऐप से।
- पेपरवर्क और लोकल दफ्तरों के चक्कर अब ज्यादातर खत्म।
EPFO के नए नियम और फायदे (Bullets):
- प्रोसेस तेज, डिजिटल और पारदर्शी
- फर्जीवाड़ा या गड़बड़ी पर सख्ती बढ़ी
- निकासी के असली कारणों को प्राथमिकता
- कर्मचारी खुद फंड कंट्रोल कर सकते हैं
- नाबालिग को PF क्लेम पर बड़ा फायदा
ध्यान रखने योग्य बातें
- हमेशा अपने PF खाते में सही जानकारी और KYC अप-टू-डेट रखें
- केवल सही जरूरत और नियमों के तहत ही निकासी करें
- नया फेस ऑथेंटिफिकेशन नियम अनिवार्य है—Umang App जरूरी