आज हर घर की ज़रूरत दूध से पूरी होती है, चाहे बच्चे हों, बुजुर्ग या फिर युवा। पिछले कुछ समय से दूध के दाम लगातार बढ़ने के कारण आम जनता को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। परिवार का बजट बिगड़ रहा था और महंगाई पर बोझ और बढ़ गया था। लेकिन अब सरकार ने आम लोगों को राहत देने के लिए एक बड़ा फैसला लिया है।
वित्त मंत्रालय की घोषणा के अनुसार अब दूध पर लगने वाला GST हटा दिया गया है। इसका सीधा असर दूध की कीमतों पर देखने को मिल रहा है। Amul समेत कई बड़ी डेयरी कंपनियों ने तुरंत नए रेट लागू कर दिए हैं, जिससे लोगों को हर लीटर पर कुछ रुपये की सीधी बचत हो रही है। यह कदम सरकार की ओर से आम जनता को राहत देने और महंगाई को काबू में रखने के लिए उठाया गया बड़ा कदम माना जा रहा है।
Amul Milk Price
पहले दूध पर 5% तक का GST लिया जाता था जिसका असर सीधे ग्राहकों की जेब पर पड़ता था। सरकार ने 2025 के आम बजट में ऐलान किया कि दूध और दूध से बने कुछ ज़रूरी उत्पादों को अब GST से मुक्त कर दिया जाएगा।
इस निर्णय से न सिर्फ Amul बल्कि Mother Dairy और अन्य प्रमुख डेयरी कंपनियों ने भी दूध के दाम कम कर दिए हैं। ग्रामीण इलाकों में भी किसानों को उचित मूल्य सुनिश्चित करते हुए उपभोक्ताओं तक सस्ता दूध पहुँचाने की व्यवस्था की जा रही है।
Amul Milk का नया रेट 2025
Amul ने आधिकारिक तौर पर नए दाम लागू कर दिए हैं। अब 1 लीटर Amul दूध पहले की तुलना में 2 से 3 रुपये तक सस्ता मिल रहा है। विभिन्न राज्यों में वितरण लागत और परिवहन खर्च अलग-अलग होने की वजह से कीमतों में हल्का अंतर देखने को मिलेगा।
उदाहरण के तौर पर, दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में जहाँ पहले 1 लीटर Amul Taaza दूध लगभग 58 रुपये का मिल रहा था, वहीं अब यह 55 रुपये में उपलब्ध होगा। इसी तरह अहमदाबाद, सूरत जैसे गुजरात के शहरों में नया रेट 54 से 55 रुपये प्रति लीटर तक रखा गया है। मुंबई और पुणे जैसे बड़े शहरों में ट्रांसपोर्टेशन चार्ज के चलते कीमत 56 रुपये प्रति लीटर तक तय की गई है।
किसानों और उपभोक्ताओं पर असर
इस योजना का फायदा सिर्फ उपभोक्ताओं को ही नहीं बल्कि किसानों को भी मिलने वाला है। पहले GST का बोझ कंपनियों पर होने से किसानों को खरीद मूल्य में कटौती की चिंता रहती थी। अब जब टैक्स हटाया गया है तो कंपनियां किसानों से दूध पहले की तरह ही उचित दाम पर खरीद सकेंगी।
उपभोक्ताओं के लिए यह कदम बड़ा राहतभरा साबित होगा। रोजमर्रा का खर्च कम होगा और परिवार के बजट पर दबाव घटेगा। खासकर मध्यमवर्गीय और निम्नवर्गीय परिवार जो रोज़ाना दूध का अधिक इस्तेमाल करते हैं, उन्हें इस फैसले से बड़ी राहत मिलेगी।
सरकार की योजना और उद्देश्य
सरकार का कहना है कि इस कदम का मुख्य उद्देश्य लोगों को दैनिक जीवन की जरूरी वस्तुएं सस्ती उपलब्ध कराना है। दूध एक आवश्यक खाद्य पदार्थ है और इसे आम लोगों की पहुंच में रखना जरूरी है। इसके अलावा बच्चों के पोषण को ध्यान में रखकर भी यह छूट दी गई है।
वित्त मंत्रालय ने साफ किया कि किसानों को उचित मूल्य मिलता रहे, इसलिए कंपनियों को किसी भी तरह का घाटा न हो। इसलिए GST हटाने के साथ-साथ सब्सिडी जैसी योजनाओं पर भी विचार किया जा रहा है।
आगे की संभावनाएं
विशेषज्ञों का मानना है कि दूध के दाम घटने से डेयरी उत्पाद जैसे पनीर, दही, घी और मक्खन पर भी असर देखने को मिलेगा। हालांकि सरकार ने इनके लिए फिलहाल कोई नई घोषणा नहीं की है, लेकिन निकट भविष्य में इनकी कीमतों में भी राहत की संभावना जताई जा रही है।
लोगों का यह भी मानना है कि सरकार का यह फैसला चुनावी वर्ष में लिया गया है ताकि जनता महंगाई से कुछ हद तक राहत महसूस कर सके और सामान्य जीवन आसान बने।
निष्कर्ष
दूध हर परिवार की बुनियादी ज़रूरत है। Amul समेत अन्य कंपनियों द्वारा नए रेट लागू करने के बाद अब आम आदमी को रोजमर्रा की जिंदगी में थोड़ी आर्थिक राहत मिलेगी। सरकार का यह कदम एक सही दिशा में बड़ा फैसला साबित हो सकता है।