आज के समय में लोग अपनी कमाई का एक बड़ा हिस्सा बचत के रूप में बैंक में ही सुरक्षित रखना पसंद करते हैं। अब एक नई योजना आई है जिससे आपकी साधारण सेविंग अकाउंट बैलेंस पर पहले से ज्यादा ब्याज मिलेगा। आमतौर पर सेविंग अकाउंट पर मिलने वाला ब्याज 2.5% से 4% तक सीमित रहता था, लेकिन अब यह बढ़कर सीधे 7% तक हो गया है। इस नियम के लागू होने के बाद हर बैंक ग्राहक को अतिरिक्त लाभ मिलेगा और उनकी जमा राशि पर बेहतर कमाई होगी।
यह बदलाव खासकर उन लोगों के लिए राहत लेकर आया है जिन्होंने अपनी बचत मुख्य रूप से बचत खातों में रखी होती है। अब उन्हें फिक्स्ड डिपॉजिट करने या लंबी अवधि की योजनाओं की ओर दौड़ने की जरूरत नहीं होगी। हर महीने उनकी सेविंग अकाउंट में पड़ा पैसा सामान्य दर पर ही ज्यादा ब्याज से बढ़ेगा, जिससे आम आदमी की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।
यह कदम सरकार और बैंकों की एक साझा पहल है, ताकि आम नागरिक को अपनी बचत पर बेहतर लाभ मिल सके। डिजिटल लेन-देन और वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने के लिए भी यह योजना अहम मानी जा रही है।
Saving Account New Rule
नई व्यवस्था के अनुसार, जो भी ग्राहक अपना पैसा सेविंग अकाउंट में रखते हैं, उन्हें सालाना 7% ब्याज मिलेगा। यह पहले की तुलना में लगभग दोगुना ज्यादा है। अब तक लोग सेविंग अकाउंट को केवल सुरक्षित रखने का जरिया मानते थे, क्योंकि जमा राशि पर ब्याज बहुत कम मिलता था।
लेकिन इस बदलाव के बाद सेविंग अकाउंट सिर्फ सुरक्षित रखने का साधन ही नहीं रहेगा बल्कि यह आपकी बचत को बढ़ाने का एक मजबूत विकल्प बन जाएगा। इस ब्याज का भुगतान त्रैमासिक या मासिक आधार पर किया जाएगा, जिससे खाताधारक को नियमित लाभ मिलेगा।
किस योजना के तहत मिल रहा लाभ
यह ब्याज दर एक नई स्कीम के अंतर्गत उपलब्ध कराई जा रही है जिसे बैंकों ने सरकारी दिशा-निर्देशों के साथ लागू किया है। इस पहल का उद्देश्य अधिक से अधिक लोगों को सेविंग अकाउंट खोलने और उनके पैसों को औपचारिक बैंकिंग चैनल से जोड़ने के लिए प्रेरित करना है।
छोटे शहरों और गांवों के लोग, जो अक्सर सेविंग अकाउंट को प्राथमिकता नहीं देते थे, अब ज्यादा ब्याज मिलने की वजह से इसमें रुचि लेंगे। इससे वित्तीय समावेशन को भी तेजी से बढ़ावा मिलेगा।
आवेदन की प्रक्रिया
यदि आप इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं तो इसके लिए आपको एक साधारण सेविंग अकाउंट खोलना होगा।
खाता खोलने के लिए आधार कार्ड, पैन कार्ड और एक पासपोर्ट साइज फोटो की जरूरत होगी। जिनके पास पहले से सेविंग अकाउंट है, उनके लिए यह लाभ स्वतः लागू हो जाएगा। खाता धारक को किसी विशेष आवेदन पत्र भरने की आवश्यकता नहीं है।
नई स्कीम अधिकतर बैंकों में लागू की जा रही है और धीरे-धीरे सभी शाखाओं में यह सुविधा मिलनी शुरू हो जाएगी। ग्राहक बस अपने सेविंग अकाउंट को चालू रखें और उसमें बैलेंस न्यूनतम सीमा तक जरूर बनाए रखें।
लोगों के लिए फायदे
इस नए बदलाव से मध्यवर्ग और छोटे बचतकर्ताओं को सबसे ज्यादा फायदा होगा। अब कम आय वाले परिवार भी अपनी छोटी बचत को बढ़ते हुए देख पाएंगे।
जहां पहले सेविंग अकाउंट का इस्तेमाल केवल नकदी सुरक्षित रखने के लिए किया जाता था, वहीं अब यह आय का अतिरिक्त स्रोत भी बन जाएगा। आपको अलग से निवेश करने या जोखिम उठाने की जरूरत नहीं होगी।
लंबे समय तक खाते में रहने वाली छोटी से छोटी राशि भी समय के साथ बढ़कर एक अच्छा लाभ देगी। यह आम आदमी की आर्थिक सुरक्षा और आत्मनिर्भरता की दिशा में बड़ा कदम है।
क्या रखें ध्यान
हालांकि 7% ब्याज दर उपलब्ध कराई जा रही है, लेकिन यह केवल सेविंग अकाउंट बैलेंस पर लागू होगी। यदि खाते में बैलेंस न्यूनतम सीमा से नीचे जाता है तो ब्याज नहीं मिलेगा। इसके साथ ही, खाताधारक को बैंक की नियमावली का पालन करना भी जरूरी है।
ग्राहकों को यह भी ध्यान रखना चाहिए कि ब्याज पर टैक्स नियम लागू होंगे। आयकर के दायरे में आने वाले व्यक्ति को इस ब्याज से हुई कमाई पर टैक्स चुकाना होगा।
निष्कर्ष
सेविंग अकाउंट पर 7% ब्याज का यह फैसला आम आदमी के लिए बड़ी राहत लेकर आया है। इससे न केवल उनकी बचत सुरक्षित रहेगी, बल्कि उन्हें उस पर अच्छा खासा लाभ भी मिलेगा। यह पहल देश में वित्तीय समावेशन और बचत की आदत को मजबूत करेगी।