आज के समय में बैंकिंग हमारे जीवन का बेहद जरूरी हिस्सा बन चुका है। हर छोटे-बड़े लेनदेन से लेकर सरकारी योजनाओं और वित्तीय कार्यों तक, अधिकांश काम बैंक के जरिए ही पूरे होते हैं। ऐसे में अगर लगातार कई दिन बैंक बंद रहते हैं तो आम जनता को असुविधा का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए बैंक छुट्टियों की जानकारी समय रहते होना बेहद आवश्यक है।
सितंबर माह के आखिरी सप्ताह से लेकर अक्टूबर की शुरुआत तक अलग-अलग राज्यों में कई त्यौहार और अवसर आते हैं। इन मौकों पर बैंक कुछ दिनों के लिए बंद रहते हैं। खास बात यह है कि इस बार लगातार तीन दिन तक बैंक बंद रहेंगे, जिससे कामकाज प्रभावित हो सकता है। अगर कोई जरूरी काम बैंक से जुड़ा हुआ है तो लोगों को पहले से तैयारी करनी होगी।
बैंकों की छुट्टियां भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा तय की जाती हैं। रिजर्व बैंक हर साल छुट्टियों की पूरी सूची जारी करता है। यह लिस्ट राष्ट्रीय अवकाश, धार्मिक पर्व, राज्य स्तर के त्यौहार और साप्ताहिक अवकाश के आधार पर तैयार की जाती है। अलग-अलग राज्यों में छुट्टी की तारीखें अलग भी हो सकती हैं।
Bank Holiday List
आज से लगातार तीन दिन तक बैंक बंद रहेंगे। इस दौरान ग्राहक शाखाओं में जाकर नकदी निकालने या जमा करने, पासबुक अपडेट कराने, चेक से संबंधित काम करवाने जैसी सेवाओं का लाभ नहीं उठा पाएंगे।
इन छुट्टियों का मुख्य कारण हैं आने वाले त्यौहार और साप्ताहिक अवकाश। शनिवार और रविवार तो आमतौर पर अधिकांश शाखाओं में छुट्टी होती है। इसके अलावा क्षेत्रों में होने वाले विशेष त्यौहार और पर्वों के कारण भी छुट्टी रहती है।
इस बार त्योहारों के कारण बैंकों को एक अतिरिक्त छुट्टी दी गई है, जिससे तीन दिन लगातार बैंकिंग सेवाएं प्रभावित रहेंगी। इसलिए अगर आपको कोई जरूरी काम करना है तो उसे पहले ही निपटा लेना समझदारी होगी।
बैंक छुट्टियों की सूची
भारतीय रिजर्व बैंक हर महीने छुट्टियों का ब्योरा जारी करता है। यह लिस्ट पूरे देश पर लागू होती है, हालांकि कुछ छुट्टियां केवल क्षेत्रीय स्तर पर मान्य होती हैं। उदाहरण के तौर पर, गणेश चतुर्थी महाराष्ट्र में बड़े स्तर पर मनाई जाती है, तो वहीं ओणम के अवसर पर केरल में बैंक बंद रहते हैं। इन क्षेत्रीय छुट्टियों के कारण अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग दिनों में बैंक बंद रहते हैं।
आज से लगातार तीन दिन की छुट्टी में शनिवार और रविवार के अवकाश के साथ ही एक प्रमुख त्योहार की भी छुट्टी शामिल है। इस वजह से पूरे देश में बैंकिंग कामकाज प्रभावित रहेगा।
आम जनता पर असर
लगातार बैंक बंद होने से सबसे ज्यादा परेशानी उन लोगों को होती है जिन्हें नकद लेनदेन करना होता है। ग्रामीण इलाकों में रहने वाले और डिजिटल बैंकिंग का कम उपयोग करने वाले ग्राहकों के लिए यह समस्या और बड़ी हो जाती है।
वहीं छोटे व्यापारी या कारोबारी जिन्हें रोजाना बैंक से जुड़े काम करने होते हैं, उन्हें भी लेनदेन की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। हालांकि एटीएम, ऑनलाइन बैंकिंग और मोबाइल ऐप सेवाएं चालू रहती हैं लेकिन कभी-कभी छुट्टियों में एटीएम से नकदी की कमी हो जाती है।
ऑनलाइन सेवाओं का विकल्प
सरकार और बैंक लगातार डिजिटल सुविधाओं को बढ़ावा दे रहे हैं। ग्राहकों को सलाह दी जाती है कि छुट्टियों के दौरान अधिक से अधिक काम ऑनलाइन तरीकों से ही पूरे करें।
नेट बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग के माध्यम से ट्रांसफर, बिल भुगतान, रिचार्ज, बैलेंस जांच जैसे कई काम तुरंत हो जाते हैं। इसके अलावा यूपीआई और अन्य डिजिटल विकल्प भी छुट्टियों के दौरान काम आते हैं।
सरकारी योजनाओं से जुड़े कार्य
बैंक केवल व्यक्तिगत लेनदेन के लिए ही जरूरी नहीं हैं बल्कि यह केंद्र और राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं को भी सीधे तौर पर जनता तक पहुंचाने का सबसे बड़ा माध्यम है। चाहे वह जनधन खाता हो, पेंशन योजना हो, फसल बीमा योजना हो या किसी अन्य वित्तीय मदद का स्थानांतरण, यह सब बैंक के माध्यम से ही संभव होता है।
इसी कारण जब बैंक लगातार कई दिन बंद रहते हैं तो सरकारी योजनाओं का पैसा निकालने में भी देरी हो सकती है। ग्रामीण तथा दूरदराज के क्षेत्रों के लोगों के लिए यह विशेष परेशानी का कारण होता है।
क्या करें ग्राहक
अगर ग्राहकों को पहले से पता है कि लगातार तीन दिन बैंक बंद रहने वाले हैं, तो सबसे अच्छा तरीका यही है कि वे अपने सभी जरूरी काम समय पर निपटा लें। बड़ी रकम का लेनदेन, चेक जमा करना, या किसी भुगतान से जुड़ा कार्य छुट्टियों से पहले ही कर लेना चाहिए।
साथ ही यह भी ध्यान रखें कि छुट्टियों में एटीएम पर अधिक भीड़ रहती है। ऐसे में यदि संभव हो तो डिजिटल माध्यम का अधिक उपयोग करें।
निष्कर्ष
लगातार तीन दिन बैंक बंद होने का असर हर वर्ग पर पड़ता है। हालांकि ऑनलाइन सेवाओं और डिजिटल भुगतान के कारण कई काम आसानी से पूरे हो सकते हैं। फिर भी ग्राहकों को सावधानी बरतते हुए अपने जरूरी कार्य पहले से निपटा लेना चाहिए ताकि छुट्टियों के समय किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े।