दीपावली भारत का सबसे बड़ा और पारंपरिक पर्व है, जिसे पूरे देश के लोग पूरे उत्साह और धूमधाम के साथ मनाते हैं। हर वर्ष इस अवसर पर स्कूलों और शैक्षणिक संस्थानों में अवकाश घोषित किया जाता है ताकि बच्चे अपने परिवार और रिश्तेदारों के साथ पर्व का आनंद ले सकें। इस बार शिक्षा विभाग ने वर्ष 2025 के लिए नया शैक्षणिक अवकाश कैलेंडर जारी कर दिया है, जिसमें दीपावली पर विशेष रूप से लंबी छुट्टियों का ऐलान किया गया है।
दीपावली के साथ ही गोवर्धन पूजा और भैया दूज जैसे त्योहार भी आते हैं, इसलिए बच्चों के लिए लगातार कई दिनों की छुट्टियाँ मिलेंगी। यह अवकाश न केवल त्योहार का महत्व समझाने का अवसर बनेगा बल्कि विद्यार्थियों को पढ़ाई से थोड़ी राहत और परिवार संग समय बिताने का मौका भी देगा। शिक्षा विभाग का कहना है कि यह व्यवस्था छात्रों के सर्वांगीण विकास और त्योहार की परंपरा को जीवित रखने के उद्देश्य से की गई है।
Diwali Holidays
शिक्षा विभाग द्वारा जारी किए गए 2025 के अवकाश कैलेंडर के अनुसार इस साल दीपावली के समय बच्चों को पहले की तुलना में अधिक दिन की छुट्टियाँ मिलेंगी। आम तौर पर दीपावली पर केवल कुछ दिन ही अवकाश दिया जाता था, लेकिन इस बार एक सप्ताह तक स्कूलों में ताले लगे रहेंगे।
नए कैलेंडर के मुताबिक, दीपावली से ठीक एक दिन पहले से अवकाश की शुरुआत हो जाएगी और यह अवकाश भैया दूज तक जारी रहेगा। यानी विद्यार्थी, शिक्षक और स्कूल के कर्मचारी इस पूरे समय पर्व का आनंद उठा सकेंगे।
अवकाश की व्यवस्था और महत्व
शिक्षा विभाग ने यह फैसला छात्रों और अभिभावकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए लिया है। चूंकि दीपावली का पर्व पूरे देश में बहुत बड़े पैमाने पर मनाया जाता है, ऐसे में कई परिवार बाहर जाते हैं या रिश्तेदारों से मिलने की योजना बनाते हैं। छुट्टियों की इस लंबी अवधि के चलते परिवार बिना किसी चिंता के अपने त्योहार को आराम और शांति से मना पाएंगे।
त्योहार के इस अवसर पर बच्चे पढ़ाई के बोझ से कुछ राहत महसूस करेंगे, साथ ही उन्हें पारिवारिक गतिविधियों जैसे घर सजाना, दीये जलाना, पूजा-अर्चना करना और रिश्तेदारों से मिलना-जुलना का अनुभव भी मिलेगा। इस प्रकार शिक्षा विभाग का यह कदम केवल अवकाश देना ही नहीं बल्कि बच्चों में संस्कृति और संस्कारों को मजबूत करना भी है।
छात्रों और परिवारों के लिए लाभ
दीपावली के समय स्कूलों की लंबी छुट्टी का सबसे बड़ा फायदा छात्रों और उनके परिवारों को मिलता है। बच्चे त्योहार की तैयारियों में पूरी तरह से शामिल हो सकते हैं, जिससे उनमें सहयोग और जिम्मेदारी की भावना बढ़ती है।
परिवारों के पास भी यह अवसर होता है कि वे शिक्षा के तनाव से दूर अपने बच्चों संग गुणवत्तापूर्ण समय बिता सकें। इस दौरान छात्र अपनी दिनचर्या को बदलकर मानसिक रूप से भी ताजगी महसूस करते हैं और छुट्टी के बाद वे पढ़ाई पर और अधिक ध्यान केंद्रित करने में सक्षम होते हैं।
शिक्षा विभाग की पहल और उद्देश्य
यह अवकाश केवल त्योहार का आनंद लेने तक सीमित नहीं है, बल्कि इसके पीछे शिक्षा विभाग का उद्देश्य बच्चों को हमारी परंपराओं और संस्कृति से जोड़ना भी है। आज के समय में जब डिजिटल माध्यम और व्यस्त दिनचर्या के कारण बच्चे भारतीय संस्कृति को सही ढंग से अनुभव नहीं कर पाते, ऐसे में यह छुट्टियाँ उनको अपनी जड़ों से जोड़ने का एक बड़ा अवसर प्रदान करती हैं।
सरकार और शिक्षा विभाग का मानना है कि विद्यार्थियों का विकास केवल पढ़ाई-लिखाई से नहीं, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक जागरूकता से भी होता है। इसलिए त्योहारों पर इस तरह की छुट्टियाँ उनकी समग्र शिक्षा का ही एक हिस्सा माना जाना चाहिए।
निष्कर्ष
दीपावली 2025 पर शिक्षा विभाग द्वारा दी गई लंबी छुट्टियाँ विद्यार्थियों और परिवारों के लिए एक सुखद अवसर हैं। यह कदम बच्चों को त्योहार की परंपराओं से जोड़ते हुए उन्हें मानसिक विश्राम और उत्साह दिलाने का माध्यम बनेगा। इससे बच्चे न केवल पढ़ाई में ज्यादा मन लगाएंगे बल्कि परिवार और समाज से जुड़े संबंध भी मजबूत होंगे।