दिवाली का त्योहार हर भारतीय के लिए एक खास मायने रखता है। इस बार त्योहार से पहले ही नौकरीपेशा लोगों के लिए बड़ी खुशखबरी आई है। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने अपने करोड़ों हितधारकों को राहत पहुंचाने की तैयारी कर ली है।
रोजगार से जुड़े लाखों लोग हर महीने अपने वेतन का एक हिस्सा भविष्य निधि यानी पीएफ खाते में जमा करते हैं। यह रकम कर्मचारियों की बचत और भविष्य की सुरक्षा के लिए होती है। ऐसे में जब सरकार और ईपीएफओ की ओर से कोई अतिरिक्त तोहफ़ा मिलता है, तो इसका सीधा फायदा लाखों परिवारों को होता है।
EPFO
मिलने वाली खबरों के अनुसार, इस बार दिवाली से पहले EPFO अपने सभी पीएफ खाताधारकों के खातों में ब्याज की राशि ट्रांसफर करने वाला है। हर साल वित्तीय वर्ष पूरा होने के बाद ईपीएफओ बोर्ड ब्याज दर तय करता है और फिर उस राशि को मेंबरों के खातों में जमा किया जाता है।
इस बार भी संगठन ने 2024-25 के लिए ब्याज दर तय कर दी है और उत्सव से ठीक पहले इसे खातों में डालने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इसका अर्थ है कि करोड़ों कर्मचारियों को त्योहार से पहले अपने खाते में अतिरिक्त राशि दिखाई देगी।
ब्याज दर और खाताधारकों को लाभ
पीएफ खाते में मिलने वाला ब्याज सरकार और ईपीएफओ की ओर से तय होता है। इस साल भी ब्याज दर में बड़ा बदलाव नहीं किया गया है, लेकिन कर्मचारियों को अच्छी-खासी रकम मिलना तय है। ब्याज का यह पैसा सीधे ईपीएफ खाताधारकों के खाते में जोड़ा जाता है और उन्हें इसका लाभ रिटायरमेंट तक मिलता रहता है।
अगर किसी के खाते में ज्यादा बैलेंस है तो उसे ब्याज की राशि भी उतनी ज्यादा मिलेगी। यही वजह है कि यह सुविधा आम कर्मचारी से लेकर उच्च आय वर्ग तक के सभी लोगों को लाभ पहुंचाती है। त्योहार से ठीक पहले यह रकम मिलना खुशी को और बढ़ा देता है।
करोड़ों कर्मचारियों को फायदा
ईपीएफओ के देशभर में कई करोड़ सदस्य हैं। इनमें निजी कंपनियों, सरकारी विभागों से लेकर विभिन्न संस्थानों में काम करने वाले लोग शामिल हैं। अनुमान लगाया जा रहा है कि ब्याज का पैसा जमा होने से करोड़ों परिवारों की दिवाली और रोशन होगी।
इतना ही नहीं, कई कर्मचारी इस अतिरिक्त राशि को अपनी बचत, निवेश या जरूरी जरूरतों को पूरा करने में इस्तेमाल करेंगे। इससे त्योहारी सीजन में बाजार की रौनक भी और बढ़ेगी।
ब्याज कब और कैसे मिलेगा
ब्याज की गणना साल भर के खाते में उपलब्ध बैलेंस पर की जाती है। ईपीएफओ खाताधारकों को चिंता करने की जरूरत नहीं होती क्योंकि पूरी प्रक्रिया स्वतः संगठन की ओर से पूरी की जाती है। एक बार ब्याज की राशि ट्रांसफर हो जाने के बाद इसे कर्मचारी अपने पासबुक या ऑनलाइन पोर्टल से चेक कर सकते हैं।
ब्याज की रकम मिलने का फायदा यह है कि कर्मचारी न केवल अपनी बचत को सुरक्षित मानते हैं बल्कि भविष्य की योजनाओं के लिए भी निश्चिंत रहते हैं। यही कारण है कि ईपीएफ खातों को सबसे भरोसेमंद बचत योजना माना जाता है।
सरकार की मंशा और कर्मचारियों की उम्मीदें
भारत सरकार हमेशा से संगठित क्षेत्र के कर्मचारियों को सुरक्षित भविष्य प्रदान करने की ओर कदम उठाती रही है। उसी दिशा में ईपीएफओ हर साल सुनिश्चित करता है कि ब्याज की राशि समय पर सभी खाताधारकों तक पहुंच सके।
इस बार त्योहार से पहले राशि जमा कर दी जाती है तो यह कर्मचारियों के लिए दोगुना तोहफ़ा साबित होगा। लोग इस पैसे का उपयोग अपनी रोजमर्रा ज़रूरतों, बच्चों की पढ़ाई, घर की सजावट और अन्य खर्चों में कर पाएंगे।
नतीजा
ईपीएफओ की ओर से आने वाला यह त्योहार तोहफा न सिर्फ कर्मचारियों बल्कि उनके परिवारों के लिए भी बड़ी राहत है। दिवाली से पहले ब्याज की राशि मिलना हर किसी का चेहरा खिलाने का काम करेगी। यह कदम साबित करता है कि सरकार और ईपीएफओ संगठित वर्ग के भविष्य को मजबूत और सुरक्षित बनाने के लिए प्रयासरत हैं।