झारखंड सरकार की महत्वाकांक्षी सामाजिक योजना “मईया सम्मान योजना” प्रदेश की महिलाओं के लिए एक बड़ा सहारा बनी है। गरीब, जरूरतमंद एवं ग्रामीण इलाकों की महिलाओं को प्रतिमाह आर्थिक सहयोग दिया जाता है, जिससे वे अपने परिवार की ज़रूरी आवश्यकताओं को पूरा कर सकें।
यह योजना महिलाओं की आर्थिक आत्मनिर्भरता को सशक्त बनाने के उद्देश्य से चलाई गई है। प्रोजेक्ट की शुरूआत से अब तक लाखों महिलाओं के खाते में लगातार किस्तें ट्रांसफर हो रही हैं।
सितंबर 2025 के पहले हफ्ते में एक बार फिर लाभार्थी महिलाओं के बैंक खातों में ₹5000 (₹2500 + ₹2500 या अन्य पात्रता अनुसार) ट्रांसफर किया जा रहा है। इसके लिए राज्य सरकार ने सभी जिलों को निर्देश जारी कर दिए हैं और कई जिलों में लाभार्थी महिलाओं को यह रकम मिलनी शुरू भी हो गई है।
Maiya Samman Yojana 2025
मईया सम्मान योजना का लाभ वे महिलाएं ले सकती हैं जिन्होंने निर्धारित मापदंडों के अनुसार आवेदन किया है। योजना के तहत गरीबी रेखा के नीचे (BPL) परिवारों, ग्रामीण महिला प्रमुख गृहस्थी, विधवा महिलाओं एवं बीपीएल श्रेणी में आनेवाली महिलाओं को सबसे पहले प्राथमिकता दी जाती है।
आवेदिका को सरकारी पोर्टल पर आवेदन कर, आवश्यक दस्तावेज जैसे राशन कार्ड, आधार कार्ड, बैंक पासबुक इत्यादि अपलोड करने होते हैं।
सभी जिलों के सामाजिक सुरक्षा निदेशालय एवं पंचायत स्तर के कर्मियों की मदद से सूची तैयार कर लाभार्थियों को प्रत्येक माह ₹2500 की किस्त मिलती है। कभी-कभी लगातार दो किस्त एकसाथ खाते में ट्रांसफर की जाती हैं ताकि किसी तकनीकी/प्रशासनिक कारण से रुकी राशि मिल सके।
5 सितंबर को 5000 रुपये जारी, 13वीं किस्त की अपडेट
सितंबर 2025 में सरकार ने 13वीं किस्त का वितरण व्यापक रूप से शुरू किया है। कई जिलों में महिलाओं के बैंक खाते में सितंबर के पहले हफ्ते में ₹5000 जमा किए गए हैं, जिसमें अगस्त और जुलाई/पहले की लंबित किस्तें भी शामिल हैं। कर्मा पर्व जैसे प्रमुख त्योहार के पहले राज्य सरकार ने डबल किश्त भेजी है ताकि त्योहार में सभी महिलाओं को राहत मिल सके।
यदि अभी तक किसी लाभार्थी महिला को 13वीं किस्त की राशि नहीं मिली है, तो घबराने की जरूरत नहीं है। प्रशासन ने साफ किया है कि भौतिक सत्यापन एवं तकनीकी कारणों से जिनका खाता रुका था, उन्हें नई सूची में पैसा मिलना शुरू हो गया है।
यदि आपका बैंक खाता या आधार लिंकिंग अभी भी अधूरी है, तो निकटतम पंचायत या ब्लॉक कार्यालय में संपर्क कर सुधार करवा लें।
योजना का पैसा कैसे और कब मिलेगा?
मईया सम्मान योजना की राशि लाभार्थी के आधार-संबंधित बैंक खाते में सीधे डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) से ट्रांसफर की जाती है। सरकार ने तेजी से भौतिक सत्यापन और नामांकन प्रक्रिया पूरी कर रही है ताकि योग्य महिला को समय से पैसा मिल जाए।
आधिकारिक तौर पर जिनका भौतिक सत्यापन हो चुका है और फाइनल सूची में नाम है, उन्हें 2 सितंबर से ईएमआइ रूप में राशि मिलनी शुरू हो गई है, अगले कुछ दिनों में सभी बाकी महिलाओं को भी यह किस्त मिल जाएगी।
अगर किसी को कोई दिक्कत है, तो वे योजना से संबद्ध पंचायत, ब्लॉक या जिला आपूर्ति कार्यालय में ऑनलाइन/ऑफलाइन स्टेटस चेक कर सकती हैं। आवेदिका ऑनलाइन स्टेटस पोर्टल पर भी जाकर अपना नाम व खाता नंबर डालकर भुगतान की स्थिति देख सकती है।
योजना से जुड़े अन्य बदलाव और जरूरी निर्देश
नए आवेदन/रिन्यूअल में महिला की लाइव फोटो प्रमाणित रहना जरूरी है। सरकार ने पात्र महिलाओं के फॉर्म में बदलाव कर लाइव फोटो अपलोड करना अनिवार्य कर दिया है। यह कदम फर्जीवाड़े से बचाव और पारदर्शिता बनाए रखने के लिए उठाया गया है।
भौतिक सत्यापन प्रक्रिया अभी भी चल रही है। सही दस्तावेज, समय पर आधार-बैंक लिंकिंग और पात्रता पूर्ण करने वाली महिलाओं को हर माह सही समय पर पैसा मिलेगा।
निष्कर्ष
मईया सम्मान योजना झारखंड की महिलाओं को प्रत्यक्ष आर्थिक सहायता देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का बड़ा माध्यम बन रही है। 5 सितंबर 2025 से 13वीं किस्त के अंतर्गत रुकी राशि भी लाभार्थियों के खातों में ट्रांसफर की जा रही है।
अगर पात्रता पूरी है तो बेफिक्र रहें, हर लाभार्थी महिला के खाते में पैसा पहुंचेगा। समय-समय पर दस्तावेजों की जांच और सत्यापन जरूर करवाएं ताकि योजना के लाभ निर्बाध रूप से मिलते रहें।