PM Kisan 21st Installment 2025: 21वीं किस्त अब बैंक खाते में, किसानों का सपना होगा सच

Published On: September 25, 2025
Pm kisan

पीएम किसान सम्मान निधि योजना किसानों के लिए भारत सरकार की एक प्रमुख योजना है, जिसके तहत देशभर के छोटे और सीमांत किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। किसान भाई हर साल इस योजना से जुड़ी तीन किस्तों का इंतजार करते हैं। अब किसानों की सबसे बड़ी उम्मीद पीएम किसान योजना की 21वीं किस्त को लेकर है, जो सीधे लाभार्थियों के बैंक खाते में भेजी जाएगी।

इस योजना का उद्देश्य किसानों को खेती से जुड़ी जरूरतों को पूरा करने के लिए सहायता देना है। सरकार इस योजना के तहत किसानों को हर साल कुल 6,000 रुपये की मदद देती है, जिसे तीन किस्तों में विभाजित किया गया है। एक किस्त 2,000 रुपये की होती है और इसे किसानों के बैंक खातों में डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से भेजा जाता है।

PM Kisan

पीएम किसान सम्मान निधि योजना की शुरुआत वर्ष 2019 में की गई थी। यह योजना केवल छोटे और सीमांत किसानों के लिए शुरू की गई थी, ताकि उनकी आर्थिक हालत को मजबूत किया जा सके।

बाद में इसे सभी किसानों के लिए लागू कर दिया गया। इससे देश के करोड़ों किसान लाभांवित हो रहे हैं। किसानों को बिना किसी बिचौलिए के सीधे पैसा उनके बैंक खाते में मिलता है।

21वीं किस्त कब मिलेगी

अब किसान पीएम किसान योजना की 21वीं किस्त का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। केंद्र सरकार द्वारा तय तिथि पर यह किस्त जारी की जाएगी। इस बार भी यह किस्त सीधे किसानों के बैंक खाते में पहुंचेगी।

जिन किसानों का नाम लाभार्थियों की सूची में है और जिनका दस्तावेज पूरी तरह सही है, उन्हें यह राशि मिल जाएगी। जिन किसानों के दस्तावेज या आधार कार्ड लिंकिंग में समस्या है, उनके भुगतान में रुकावट आ सकती है।

किसानों को मिलने वाला लाभ

इस योजना के अंतर्गत हर योग्य किसान को सालाना 6,000 रुपये यानी तीन किस्तों में 2,000 रुपये मिलते हैं। इसकी खासियत यह है कि पैसा सीधे बैंक खाते में आता है, जिससे पारदर्शिता बनी रहती है।

यह राशि खेती की लागत जैसे खाद, बीज और अन्य आवश्यक वस्तुएं खरीदने में बहुत मदद करती है। खासकर छोटे किसानों के लिए यह एक बड़ी राहत है।

किसे मिलेगा लाभ

पीएम किसान सम्मान निधि योजना का लाभ उन्हीं किसानों को मिलेगा जो पंजीकृत हैं और जिनका आधार कार्ड बैंक खाते से जुड़ा है। साथ ही उनका नाम लाभार्थियों की सूची में होना चाहिए।

सरकारी कर्मचारी और आयकर दाता इस योजना से बाहर हैं। केवल वास्तविक किसान परिवार ही इसके पात्र हैं।

आवेदन और पंजीकरण की प्रक्रिया

इस योजना का लाभ लेने के लिए किसान परिवार को पंजीकरण करना होता है। इसके लिए किसान को अपनी जमीन के दस्तावेज, आधार कार्ड और बैंक खाता विवरण देना पड़ता है। पंजीकरण के बाद किसान का नाम लाभार्थियों की सूची में दर्ज किया जाता है।

पंजीकरण सफल होने पर किसान को योजना की हर किस्त मिलती है। यदि कोई जानकारी गलत पाई जाती है, तो उसका आवेदन अस्वीकार हो सकता है।

आधार सीडिंग और ई-केवाईसी

पीएम किसान योजना का पैसा पाने के लिए आधार कार्ड का बैंक खाते से लिंक होना बेहद जरूरी है। साथ ही ई-केवाईसी पूरी करना भी अनिवार्य किया गया है। बिना ई-केवाईसी और आधार सीडिंग के किसान को आने वाली किस्त नहीं मिल पाएगी।

ई-केवाईसी पूरी होने के बाद ही भुगतान की प्रक्रिया आगे बढ़ती है। सरकार ने यह कदम धोखाधड़ी रोकने और वास्तविक किसानों तक पैसा पहुंचाने के लिए उठाया है।

21वीं किस्त का महत्व

हर बार किसानों को किस्त का इंतजार इसलिए रहता है क्योंकि यह राशि उनकी छोटी जरूरतों को पूरा करने में बहुत लाभकारी होती है। 21वीं किस्त से किसान अपनी रबी या खरीफ फसलों के लिए आवश्यक संसाधन जुटा पाएंगे।

किसान परिवारों के लिए यह किस्त खेती को लाभकारी बनाने की दिशा में एक और बड़ा कदम होगी।

निष्कर्ष

पीएम किसान सम्मान निधि योजना किसानों के जीवन को सहारा देने वाली सबसे बड़ी योजना है। 21वीं किस्त का इंतजार कर रहे किसानों के लिए यह सहायता निश्चित रूप से उपयोगी साबित होगी। सरकार का उद्देश्य किसानों को आत्मनिर्भर और मजबूत बनाना है, और यह योजना उसी दिशा में एक अहम प्रयास है।

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