Sahara India Refund 2025: इन 12 जिलों में शुरू हुआ पैसा मिलना – देखें पूरी लिस्ट

Published On: September 26, 2025
Sahara India

सहारा इंडिया से जुड़ी खबरें लंबे समय से चर्चा में रही हैं। देशभर में करोड़ों निवेशकों ने सहारा समूह की विभिन्न योजनाओं में अपना पैसा लगाया था, लेकिन वर्षों तक उन्हें वापस पैसे नहीं मिल पाए। इस वजह से निवेशक लगातार परेशान और संघर्षरत रहे। अब सरकार और सेबी की ओर से कदम उठाए जाने के बाद धीरे-धीरे निवेशकों को उनका पैसा लौटाया जा रहा है।

हाल ही में यह बड़ी राहत की खबर आई है कि सहारा इंडिया का रिफंड अब चयनित जिलों में शुरू कर दिया गया है। शुरुआत में सरकार ने कुछ खास जिलों में रिफंड की प्रक्रिया को लागू किया है, ताकि इसकी मॉनिटरिंग और निवेशकों को लाभ पहुंचाने का काम आसान हो सके। इस कदम के बाद उन निवेशकों को बड़ी उम्मीद जगी है जो लंबे समय से अपनी मेहनत की कमाई का इंतजार कर रहे थे।

Sahara India Refund

सहारा इंडिया का रिफंड उन निवेशकों के लिए है जिन्होंने सहारा समूह की चार प्रमुख सहकारी समितियों में पूंजी लगाई थी। इनमें सहारा क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड, सहारा यूनिवर्सल मल्टीपरपज सोसाइटी लिमिटेड, सहारा इंडिया क्रेडिट सोसाइटी और हुमारा इंडिया क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड जैसी संस्थाएं शामिल हैं। इन संस्थाओं में देशभर के लाखों लोगों ने वर्षों तक अपनी बचत जमा की थी।

हालांकि समय बीतने के बाद इन्हें नियामक संस्थाओं से दिक्कतों का सामना करना पड़ा। निवेशकों को उनका रिफंड नहीं मिल रहा था और यह मामला अदालतों तक जा पहुंचा। सरकार ने पहल की और निवेशकों के हितों को ध्यान में रखते हुए क्राइसिस सेटलमेंट की ओर कदम बढ़ाए। इसके बाद अब चुने हुए जिलों में रिफंड की प्रक्रिया औपचारिक रूप से शुरू हो चुकी है।

किन जिलों में रिफंड मिलना शुरू हुआ

वर्तमान जानकारी के अनुसार, यह रिफंड प्रक्रिया अभी केवल 12 जिलों में शुरू की गई है। इन जिलों को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में चुना गया है। यहां से प्राप्त अनुभव और परिणामों के आधार पर आने वाले समय में अन्य जिलों में भी यह प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

इन 12 जिलों में सबसे पहले उन्हीं निवेशकों को रिफंड दिया जा रहा है जिन्होंने कम रकम जमा की थी और लंबे समय से इंतजार में थे। इसका उद्देश्य छोटे निवेशकों को सबसे पहले राहत पहुंचाना है ताकि उनकी आर्थिक परेशानी कम हो सके।

आवेदन की प्रक्रिया

सहारा इंडिया का रिफंड पाने के लिए निवेशकों को ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से आवेदन करना होता है। इसके लिए निवेशकों को अपनी निवेश रसीद, आधार कार्ड और बैंक खाता विवरण उपलब्ध कराना पड़ता है।

सरकार ने इसे पूरी तरह पारदर्शी बनाने के लिए डिजिटल व्यवस्था लागू की है, ताकि किसी भी तरह की गड़बड़ी या धोखाधड़ी से बचा जा सके। आवेदन करने के बाद इसकी जांच की जाती है और फिर चयनित निवेशकों के बैंक खातों में पैसा सीधे ट्रांसफर कर दिया जाता है।

सरकार की पहल और राहत

केंद्र सरकार ने इस प्रक्रिया की शुरुआत निवेशकों को राहत देने के लिए की है। प्रधानमंत्री राहत अभियान जैसी पहल के तहत इसे लागू किया गया है ताकि आम निवेशक की मेहनत की कमाई सुरक्षित रह सके। सरकार का कहना है कि आने वाले समय में इस योजना को और जिलों में व्यापक रूप से फैलाया जाएगा और हर योग्य निवेशक को उसका पैसा वापस दिलाया जाएगा।

इस रिफंड योजना के तहत फिलहाल प्रति निवेशक एक तय सीमा तक की राशि लौटाई जा रही है। शुरुआती चरण के बाद धीरे-धीरे बाकी निवेशकों को भी उनका पैसा वापस किया जाएगा। इसका मतलब यह है कि भविष्य में करोड़ों निवेशक इस प्रक्रिया का लाभ उठा पाएंगे।

निवेशकों की उम्मीदें और असर

इस कदम से छोटे निवेशकों को काफी राहत मिली है। वर्षों से जिन लोगों का पैसा अटका हुआ था, अब उन्हें उम्मीद जगी है कि सरकार उनके साथ है और उन्हें न्याय जरूर मिलेगा। जिन जिलों में रिफंड की शुरुआत हुई है वहां निवेशकों के चेहरों पर संतोष और खुशी देखी गई है।

आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों के लिए यह पैसे की वापसी एक बड़ी मदद साबित होगी। बच्चों की पढ़ाई, घरेलू खर्च और जरूरी कामों के लिए ये रकम अब उनके काम आएगी। इससे न केवल निवेशकों बल्कि उनके परिवारों को भी राहत मिलेगी।

निष्कर्ष

सहारा इंडिया का यह रिफंड अभियान निवेशकों के लिए बड़ी राहत है। 12 जिलों से इसकी शुरुआत हुई है और आने वाले समय में पूरे देश में यह प्रक्रिया लागू होने की उम्मीद है। सरकार की इस पहल से कई परिवारों को राहत मिलेगी और भरोसा भी लौटेगा।

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