Sukanya Samriddhi Yojana 2025: बेटी के भविष्य के लिए ₹50 हजार जमा, मैच्योरिटी में मिलेगा ₹23,09,193

Published On: September 25, 2025
Sukanya Samriddhi Yojana

बेटियों के भविष्य को सुरक्षित बनाना हर माता-पिता की सबसे बड़ी जिम्मेदारी होती है। जब बच्चा छोटा होता है, तब से ही माता-पिता उसके पढ़ाई, शादी और जीवन की अन्य ज़रूरतों के लिए धन संग्रह करने की सोचते हैं। ऐसे में सबसे सुरक्षित और लाभकारी योजनाओं में से एक है सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana)। यह योजना बेटी के लिए दीर्घकालिक बचत का अवसर देती है और इसमें निवेश पर बहुत अच्छा ब्याज और कर लाभ भी मिलता है।

सरकार की इस योजना में अगर माता-पिता शुरुआत से नियमित निवेश करते हैं, तो बेटी के बड़े होने तक एक मोटी रकम तैयार हो जाती है। उदाहरण के लिए, यदि आप हर साल ₹50,000 जमा करते हैं, तो इस परिपक्वता यानी मैच्योरिटी पर आपको लगभग ₹23,09,193 रुपये तक मिल सकते हैं। यह रकम आपकी बेटी की उच्च शिक्षा या फिर शादी जैसी बड़ी आवश्यकताओं में बहुत काम आती है। इस योजना की सबसे खास बात यह है कि यह केवल बालिकाओं के लिए बनाई गई है और इसमें सरकार की गारंटी भी शामिल है।

यह एक दीर्घकालिक निवेश योजना है, जिसमें बचत के साथ-साथ सुरक्षित भविष्य की गारंटी मिलती है। खासकर ग्रामीण और मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए यह योजना बेटी की पढ़ाई और शादी की चिंता को काफी हद तक कम कर देती है।

Sukanya Samriddhi Yojana

सुकन्या समृद्धि योजना भारत सरकार की एक बचत योजना है, जिसे केवल बेटियों के लिए शुरू किया गया है। इसे “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान” के अंतर्गत शुरू किया गया था। इस योजना में खाता बेटी के नाम से खुलता है और माता-पिता या अभिभावक इसे संचालित करते हैं।

इसमें खाता किसी भी मान्यता प्राप्त डाकघर या सरकारी बैंक में खोला जा सकता है। बालिका की आयु खाता खोलते समय 10 वर्ष से कम होनी चाहिए। इस योजना का सबसे बड़ा लाभ यह है कि जमा रकम पर मिलने वाला ब्याज काफी ज्यादा होता है और सरकार समय-समय पर इसमें बदलाव भी करती है।

निवेश और ब्याज दर

इस योजना में न्यूनतम ₹250 प्रति वर्ष से निवेश शुरू किया जा सकता है और एक वित्तीय वर्ष में अधिकतम ₹1,50,000 तक जमा किया जा सकता है। ब्याज दर सरकार द्वारा तय होती है और यह सामान्य बचत खातों से कई गुना अधिक होती है।

अगर कोई परिवार हर साल ₹50,000 इस योजना में जमा करता है तो बेटी के 21 वर्ष पूरे होते-होते मैच्योरिटी पर लगभग ₹23,09,193 रुपये तक की राशि मिल सकती है। यही इस योजना की सबसे अनोखी खूबी है कि कम निवेश पर लंबी अवधि में बड़ा रिटर्न मिलता है।

मैच्योरिटी और निकासी की शर्तें

सुकन्या समृद्धि योजना में खाता खुलने की तारीख से 21 वर्ष तक चलता है। लेकिन बालिका की 18 वर्ष की आयु पूरी होने पर उसकी शिक्षा या शादी के लिए आंशिक निकासी की सुविधा भी मिलती है।

योजना में जमाराशि पर मिलने वाला पूरा ब्याज और मूलधन मैच्योरिटी पर बेटी को ही दिया जाता है। इससे यह सुनिश्चित होता है कि पैसा बेटी की पढ़ाई या शादी में ही लगे।

कर लाभ

इस योजना का एक और बड़ा लाभ यह है कि इसमें जमा की गई रकम आयकर अधिनियम की धारा 80C के अंतर्गत कर छूट के दायरे में आती है। जमा राशि, उस पर मिलने वाला ब्याज और अंतिम मैच्योरिटी धनराशि तीनों पूरी तरह करमुक्त होती हैं। इस तरह यह योजना न केवल सुरक्षित बल्कि कर की दृष्टि से भी लाभकारी है।

बेटियों के भविष्य के लिए बेहतरीन योजना

सुकन्या समृद्धि योजना का मुख्य उद्देश्य है कि समाज में बेटियों की शिक्षा और शादी के लिए धन की दिक्कत न हो। यह योजना माता-पिता को बेटी के उज्जवल भविष्य के लिए समय से तैयारी करने का अवसर देती है।

छोटे-छोटे निवेश के साथ जब इस योजना में लंबी अवधि तक पैसे जमा किए जाते हैं, तो यह एक बड़े कोष के रूप में तैयार होता है। इस वजह से बेटियों की उच्च शिक्षा और विवाह जैसे बड़े दायित्व आसानी से पूरे हो सकते हैं।

निष्कर्ष

सुकन्या समृद्धि योजना सरकार की बेटियों को सशक्त बनाने की बेहद महत्वपूर्ण पहल है। सुरक्षित निवेश, बेहतर ब्याज, कर लाभ और सरकार की गारंटी इसे खास बनाते हैं। यदि माता-पिता हर साल केवल ₹50,000 भी जमा करें, तो भविष्य में बेटी के लिए 23 लाख से अधिक की राशि सुनिश्चित हो सकती है। यह योजना हर माता-पिता के लिए अपनी बेटी के उज्जवल भविष्य की मजबूत बुनियाद है।

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